Established on 16th May of 1963 as a Primary school SPS GSSS Bheri came into existance. On 12th April 1965 it was upgraded as a Middle School. After that in the year of 1997 it was upgraded to High School and in the year of 2007 it became Government Senior Secondary School Bheri. It was named after Shaheed Pratap Singh who made the supreme sacrifice for Mother India by displaying indomitable courage in the 1971 Indo-Pak war. The name of this school was changed to Shaheed Pratap Singh Government Senior Secondary School, Bheri on 07 August 2021 as per the orders of the Education Secretary, Government of Himachal Pradesh.
It is noteworthy that for the naming of this school, Shaheed Pratap Singh’s nephew Mahendra Singh, with the help of the local public, raised this issue for almost twenty years and in August 2020, all the documents related to the martyrdom of Shaheed Pratap Singh were presented and handed over to the local MLA Mr. Jeet Ram Katwal. The MLA placed it before the Honorable Chief Minister of Himachal Pradesh, Shri Jairam Thakur and the Himachal Pradesh Government approved it on 03 August 2021. After a long gap of fifty years, by giving approval to name the school after the martyr, the Himachal Pradesh government paid a true tribute to Shaheed Pratap Singh.
16 मई 1963 को एक प्राथमिक विद्यालय के रूप में स्थापित एसपीएस जीएसएसएस भेडी अस्तित्व में आया। 12 अप्रैल 1965 को इसे मध्य विद्यालय के रूप में उत्क्रमित किया गया। उसके बाद 1997 में इसे हाई स्कूल में अपग्रेड किया गया और 2007 में यह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भेडी बन गया। इसका नाम शहीद प्रताप सिंह के नाम पर रखा गया था जिन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्ध में अदम्य साहस का परिचय देकर भारत माता के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था। हिमाचल प्रदेश सरकार के शिक्षा सचिव के आदेशानुसार 07 अगस्त 2021 को इस स्कूल का नाम बदलकर शहीद प्रताप सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, भेडी कर दिया गया।
काबिलेगौर है कि इस विद्यालय के नामकरण के लिए शहीद प्रताप सिंह के भतीजे महेन्द्र सिंह ने स्थानीय जनता के सहयोग से इस मुदे को लगभग बीस वर्षों तक उठाया व अगस्त 2020 को स्थानीय विधायक श्री जीत राम कटवाल के पास शहीद प्रताप सिंह की शहादत संबन्धित सभी कागजात सौंपे और विधायक महोदय ने इसे हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर के समक्ष रखा और हिमाचल प्रदेश सरकार ने 03 अगस्त 2021 को इसे स्वीकृति प्रदान की। विद्यालय का नामकरण शहीद के नाम स्वीकृति प्रदान करके पचास वर्षों के लम्बे अंतराल के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार के द्वारा शहीद प्रताप सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि दी गई।